Packers and Movers Business Ideas || पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस || #business guru ||
Packers and Movers Business Ideas || पैकर्स एंड मूवर्स बिजनेस ||#business guru ||
आज हम पैकर्स एण्ड मूवर्स बिजनेस के बारे में जानकारी दे रहे. पैकर्स एण्ड मूवर्स बिजनेस के बारे में हम जो आइडिया दे रहे हैं. वह कुछ अलग हट कर है. हर छोटे बड़े शहर में लंबी दूरी पर किसी भी तरह के माल पहुंचाने के लिए अनेकों पैकर्स एण्ड मूवर्स कंपनी मिल जाएगी. पर लोकल में ऐसी सुविधा ना होने की वजह से अनेक लोगों को परेशानी होती है. इस बात को ध्यान में रख कर इस बिजनेस का कांसेप्ट तैयार किया गया है.
पैकर्स एण्ड मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो इस आर्टिटकल्स को अंत तक जरूर पढ़ें. .
सबसे पहले जान लेते हैं. पैकर्स एण्ड मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस क्या है. पैकर्स एण्ड मूवर्स कम्पनी हमारे देश में बहुत ही तेजी से उभरता हुआ एकदम नया बिजनेस है, जो घर के स्थान्तरण, ऑफिस के सामानों का स्थान्तरण आदि के लिए पेशेवर व सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुंचाने का काम करते है. इस बिजनेस का भविष्य बहुत अच्छा है. इस बिजनेस में थोड़ी-सी मेहनत और जानकारी के द्वारा आप प्रतिमाह काफी अच्छी कमाई कर सकते है.
यहां हम पैकर्स और मूवर्स बिजनेस शुरू करने के बारे में जो जानकारी दे रहे हैं. वह सामानों की लोकल डिलेवरी करने के बारे में हैं. लोकल डिलीवेरी से मतलब है. अपने ही शहर या उससे लगे हुए छोटे शहर तक माल पहुंचाना.
पैकर्स मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस ही क्यों?
अब आप सोच रहे होगे कि पैकर्स एण्ड मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस ही क्यों? दूर शहर में माल पहुंचाने के लिए बहुत सारी पैकर्स एण्ड मूवर्स कंपनियां काम कर रही है. लेकिन किसी को अपने शहर में एक मोहल्ले दूसरे मोहल्ले तक या फिर आसपास के शहर में माल पहुंचाना होतो उन्हें काफी परेशानी होती है. यदि आप उन लोगों की समस्या को दूर करते हैं तो आप लोकल डिलेवरी बिजनेस के द्वारा काफी अच्छी कमाई कर सकते है.
देखा गया जब भी किसी व्यक्ति का अपने ही शहर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानतरएा हो जाता है. ऐसे में उन्हें घर का सामान सिफ्ट करना एक मुश्किल हो जाता है. सामान सिफ्ट करने के लिए उन्हें ना लेबर मिल पाते हैं ना ही कम दूरी के लिए गाड़ी मिल पाती है.
पैकर्स और मूवर्स बिजनेस की आवश्यकता
माल पहुंचाने के लिए कोई गाड़ी वाला तैयार भी होता है तो उनके चार्ज भी काफी अधिक होते हैं. ऐसे में व्यक्ति को परेशान होकर अधिक किराया देने के लिए तैयार होना पड़ता है. उसे सामान को बिना पैकिंग के ही सिफ्ट करना होता है. भारतीय सड़कों की हालत देख कर समझ सकते हैं. घर के किमती सामानों की हालत क्या हो जाती होगी. ऊपर से अनटेªंड लेबर जो सामानों को उतारते व चढ़ाते वक्त कोई ख्याल नहीं रखते. ऐसे में सामान की टूटफूट होना लाजमी है.
अधिकारी, किराए पर रहने वाले, कालेज स्टुडेंट को अक्सर घर के सामान को लोकल में सिफ्ट करने की जरूरत होती रहती है. ऐसे में उन्हें सुविधा देकर इस बिजनेस के द्वारा अच्छी कमाई कर सकते हैं.
पैकर्स और मूवर्स बिजनेस शुरू करने के लिए आवश्यक चीजें
अब बात करते पैकर्स एण्ड मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस शुरू करने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होगी. एक आॅफिस, दो तीन कर्मचारी तथा एक वेबसाइट की आवश्यकता होगी. आॅफिस के लिए कम से कम एक हजार स्क्वायर फुट की जगह की होनी चाहिए. जिसमें आप दो हिस्से कर एक में आफिस तथा दूसरे में पैकेजिंग सामग्री रख सकते हैं
पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस के आॅफिस का लोकेशन काफी मायने रखता है. आॅफिस ऐसे एरिया में हो जहां सरकारी अधिकरियों के अपार्टमेंट, काॅलेज स्टुडेंट, अमीर लोग तथा वह एरिया जहां अधिकतर लोग किराए से रहते हो. कस्टमर को टारगेट कर यदि आप लोकेशन का सलेक्शन करते हैं तो आपको जल्द ही अच्छा रिस्पांस मिलने लगेगा.
पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस के आॅफिस का लोकेशन काफी मायने रखता है. आॅफिस ऐसे एरिया में हो जहां सरकारी अधिकरियों के अपार्टमेंट, काॅलेज स्टुडेंट, अमीर लोग तथा वह एरिया जहां अधिकतर लोग किराए से रहते हो. कस्टमर को टारगेट कर यदि आप लोकेशन का सलेक्शन करते हैं तो आपको जल्द ही अच्छा रिस्पांस मिलने लगेगा.
पैकर्स और मूवर्स बिजनेस के लिए लागत
पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस शुरू करने लिए एक से डेढ़ लाख तक की आवश्यकता होगी. जिसमें शाॅप का डेकोरेशन, पैकेजिंग सामग्री, बिजनेस कार्ड, पब्लिसीटी मटेरियल, तथा एक अच्छी सी वेबसाइड और एप तैयार करने में खर्च होंगे. मूवर्स और पैकर्स के लिए लगने वाले सामग्री कार्टून, पैकिंग पेपर, टेप, रस्सी इत्यादि आपको स्थानीय बाजार में आसानी से मिल जाएंगे.
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पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस के लिए आवश्यक लायसेंस
पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस को शुरू करने के लिए जिला परिवाहन विभाग से विशेष प्रकार के लायसेंस लेना होगा. लायसेंस देने का देश के अलग-अलग राज्यों में अपने नियम है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने शहर के आरटीओ में जाकर जानकारी ले सकते हैं. आपको एक कंपनी रजिस्ट्रेशन की भी आवश्यकता होगी. इसके लिए कंपनी का एक ऐसा नाम चुनना होगा जो नाम पहले राज्य व्यापार में दर्ज ना हो.
व्यापार का रजिस्ट्रेशन
नाम मिल जाने पर बाद साथ लगे हाथ उद्योग आधार का आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा लें. जीएसटी के लिए आॅनलाइन अप्लाई कर दें. क्योंकि इस बिजनेस के तहत आपको 12 लाख का लेनदेन होने पर जीएसटी देना होगा. अब आप अपने वेबसाइट के लिए डोमेन का रजिस्ट्रशन करवा
सामान की डिलेवरी
पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस में सबसे खास बात यह है कि आप कस्टमर के सामान की डिलेवरी कैसे देंगे. इसके लिए आप लोकल में छोटे गुड्स वेन, मेटाडोर, तीनी लारी, 407 च्हीकल आदि से बात कर ले उनसे किराए के बारे में जानकारी ले लें. उनके फोन नंबर भी अपने पास रखें. जितने अधिक फोन नंबर हो सके आप अपने पास रखें. नंबर आप आॅनलाइन लोकल वेब डायरेथ्टरी से भी निकाल सकते हैं. जैसे ही कस्टमर आएं उनसे बात करके बुला लें. और माल लदवा कर मुकाम तक पहुंचा दें. माल पहुंचाने के पहले घरेलू सामानों की पैकिंग जरूरी.
सामानों की पैकिंग
सामान नजदीक भेंज रहे हो या दूर सामान की अच्छी पैकिंग जरूरी है. सामान की पैकिंग का चार्ज आपके लिए प्राफिट बढ़ाएगा. इसलिए कस्टमर को इसके लिए तैयार करें. ताकि आप अच्छी कमाई कर सके. सामानों के पैकिंग रेट साइज और गिनती के हिसाब से लिए जाते हैं.
सामानों का बीमा
मंहगे सामानों का बीमा करवा लें. ताकि किसी तरह की टूटफूट होने पर आपको नुकसान ना उठाना पड़े. बीमा की रकम अधिक नहीं होती है. यदि गया तो इसकी भरपाई आपके लिए अधिक मंहगा पड़ेगा.
ट्रेंड लेबल
अब बात आती है ट्रेंड लेबर कहां से मिलेंगे. इसके लिए आप स्थानीय अखबार में इसके लिए विज्ञापन दें. उनमें से एक व्यक्ति को अपने यहां रखें तथा एक-दो अन ट्रेंड लेबर रखें. ट्रेंड कर्मचारी की वजह से अनट्रेंड लेबर भी सीख जाएंगे. आपका कम पैसों में काम बन जाएगा.
बिजनेस की पब्लिसीटी
बिजनेस की पब्लिसीटी पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस की पब्लिसीटी के लिए सबसे अच्छा उपाय है. स्थानीय अखबार के क्लाािफाइट में नियमित एड लें. इसके लिए आप उनका साल भर का प्लान लें. इसमें आपको काफी बचत भी हो जाएगा
आनलाइन का जमाना है. अपने वेबसाइट की सोशल मीडिया पर अच्छे से प्रोमोशन करें. इसके लिए किसी सोशल मीडिया मनेंजर को हायर करें. प्राफेशनल तरीके से काम करेंगे तभी आपको अच्छा रिस्पांस मिलेगा.
आनलाइन का जमाना है. अपने वेबसाइट की सोशल मीडिया पर अच्छे से प्रोमोशन करें. इसके लिए किसी सोशल मीडिया मनेंजर को हायर करें. प्राफेशनल तरीके से काम करेंगे तभी आपको अच्छा रिस्पांस मिलेगा.
फ्रेंड्स, पैकर्स और मूवर्स लोकल डिलेवरी बिजनेस के बारे में दी गई जानकारी आपको जरूर पसंद आयी होगी. जानकारी पसंद आने पर इसे लाइक व शेयर करें. बिजनेस से संबंधित जानकारी नियमित पाना चाहते हैं तो ब्लाग के ऊपर साइड में बनें फाॅलो के बटन पर क्लिक कर दें. आज के लिए बस इतना ही फिर मुलाकात होगी एक नए आर्टिकल्स में एक नए नए बिजनेस आइडिया के साथ. गुडवाय टेक केयर. business guru



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